Thursday 30 May 2013

वर्तमान कर्म = भावी निर्माण की नीव

 " हम जो है उसके जिम्मेवार हम स्वयं ही है, और हमारे अन्दर वह शक्ति है कि हम स्वयं को जिस रूप में गढ़ना चाहें वही बन जाये। आज जो हम है अगर वह हमारे पूर्व कर्मो का परिणाम है तो निश्चित रूप से हमारे वर्तमान कर्म हमारे भावी निर्माण की नीव है।"

  स्वामी विवेकानंद 

Saturday 4 May 2013

घमण्ड = त्यागने जैसा

"किसी शांत और विनम्र व्यक्ति से अपनी तुलना करके देखिए, आपको लगेगा कि, आपका घमण्ड निश्चय ही त्यागने जैसा है।"


Friday 3 May 2013

सच्चा विश्वास = सफलता

"अगर मन  में किसी कार्य के प्रति सच्चा विश्वास  हो जाए तो उस कार्य में सफलता निश्चित है |"
                                                                                                             
                                                              स्वामी विवेकानंद 

Thursday 2 May 2013

"हर अंत से ही एक नई शुरूआत होती है "        
                                - पिंटरेस्ट